रतन टाटा का निधन बुधवार की देर शाम मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हो गया

प्रारंभिक उड़ान का सपना: रतन टाटा एक प्रशिक्षित पायलट हैं और वे पहले भारतीय नागरिकों में से एक थे जिन्होंने F-16 लड़ाकू विमान उड़ाया था।

नैनो की सोच: दुनिया की सबसे सस्ती कार, टाटा नैनो, रतन टाटा की इस सोच का परिणाम है कि आम भारतीय परिवार भी कार का मालिक हो सके।

कला प्रेमी: रतन टाटा एक कला प्रेमी हैं और उनके पास पेंटिंग्स, मूर्तियों और प्राचीन वस्तुओं का विशाल संग्रह है।

पहली नौकरी: उनकी पहली नौकरी टाटा स्टील में चूना पत्थर फावड़ा लगाने और ब्लास्ट फर्नेस का प्रबंधन करने की थी ताकि वे श्रमिकों की स्थितियों को समझ सकें।

साधारण जीवनशैली: अपनी अपार संपत्ति के बावजूद, रतन टाटा एक साधारण दो बेडरूम के अपार्टमेंट में रहते हैं और खुद अपनी कार चलाते हैं।

विवाह के बिना जीवन: रतन टाटा ने कई बार विवाह के प्रस्ताव ठुकराए, और अपने व्यक्तिगत कारणों से वे अविवाहित रहे।

हार्वर्ड से शिक्षा: उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम में पढ़ाई की, जो उनके कई व्यावसायिक निर्णयों को प्रभावित करता है।

कुत्तों के प्रति प्रेम: रतन टाटा को कुत्तों से गहरा लगाव है और उनके मुंबई स्थित घर में कई कुत्ते उनके साथी हैं।

मुनाफे से अधिक परोपकार: टाटा कंपनियां अपनी कमाई का 60% से अधिक हिस्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में दान करती हैं।

मिस्त्री से संबंध: दिवंगत साइरस मिस्त्री, जो कभी टाटा संस के चेयरमैन थे, रतन टाटा के दूर के रिश्तेदार थे।

टाटा को दिवालिया होने से बचाया: 1991 की आर्थिक मंदी के दौरान रतन टाटा के नेतृत्व ने कंपनी को दिवालिया होने से बचाया।

मुंबई हमलों के समय साहस: 26/11 मुंबई हमलों के दौरान, रतन टाटा ने व्यक्तिगत रूप से पीड़ितों से मुलाकात की और उनके परिवारों की मदद की।

विदेशी अधिग्रहण: उनके नेतृत्व में, टाटा ने जगुआर, लैंड रोवर और टेटली टी जैसे वैश्विक ब्रांडों का अधिग्रहण किया।

विनम्रता: इतनी ऊंचाइयों पर पहुंचने के बावजूद, रतन टाटा एक बेहद विनम्र व्यक्ति बने हुए हैं और उन्हें दुनिया भर में अत्यधिक सम्मानित किया जाता है।